नरसिंहपुर.  कृषि विज्ञान केन्द्र नरसिंहपुर में कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कार्यशाला एवं आत्मा गवर्निंग बोर्ड की बैठक आयोजित की गई। बैठक में भोपाल हाट में जिले की गाडरवारा तुअर दाल एवं करेली गुड़ के मेला, जिले में बिजनेस मीट आदि पर चर्चा की गई।

      एक जिला- एक उत्पाद के अंतर्गत गाडरवारा की तुअर दाल एवं करेली के जैविक गुड़ की ब्रांडिंग हेतु पैकेजिंग की एकरूपता के लिए कलेक्टर सुश्री बाफना द्वारा मौजूद कृषकों से सुझाव लिये गये। उन्होंने बताया कि उक्त उत्पाद की ब्रांडिंग नर्मदा नेचुरल के नाम से की जा रही है। इन्हें ऑनलाइन प्लेटफार्म जैसे अमेजॉन एवं फ्लिपकार्ट के माध्यम से भी विक्रय करवाने की व्यवस्था करने पर जोर दिया। इन उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रचारित- प्रसारित करने के निर्देश कृषि विभाग को दिये। भोपाल हाट में गाडरवारा एफपीओ, करेली एफपीओ, महिला स्वसहायता समूह द्वारा हाथ से बनाई गई दाल एवं गुड़ के अलग- अलग नमूनों में एकरूपता रखते हुए यह उत्पाद ले जाने की बात कही गई। विदित है कि आगामी माह में एक जिला- एक उत्पाद के तहत जिले में बिजनेस मीट का आयोजन प्रस्तावित है। बैठक में उन्होंने जिले में एग्रो टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए होम स्टे की सुविधा को विकसित करने की बात कही।

      उक्त कार्यशाला में श्री द्वारका सिंह द्वारा नाबार्ड की एफपीओ को चलाने वाली संस्था आईएसईडी के अंतर्गत टीम तैयार कर मार्केट विकसित कर उत्पाद विक्रय की जानकारी दी गई। एग्री स्टार्टअप के बारे में डॉ. हेमंत राहंगडाले ने बताया कि यह प्रोजेक्ट जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में वर्ष 2019 में शुरू हुआ है।

      बैठक में प्रभारी उप संचालक कृषि डॉ. आरएन पटैल, श्रीमती शिल्पी नेमा, कृषि विज्ञान केन्द्र प्रभारी डॉ. आशुतोष शर्मा, कृषि महाविद्यालय जबलपुर के डॉ. हेमंत राहंगडाले, एफपीओ समन्वयक श्री द्वारका सिंह, स्वसहायता समूह के सदस्य, प्राकृतिक, जैविक तथा प्रगतिशील कृषक एवं आत्मा गवर्निंग बोर्ड के सदस्य उपस्थित हुए।

न्यूज़ सोर्स : ANJALI PATEL