कलेक्टर ने की नगरीय निकायों के कार्यों की समीक्षा
कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने जिले के नगरीय निकायों के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने नगरीय निकायों में चल रहे एमपीयूडीसी के सीवरेज, संयुक्त जलावर्धन योजना व रोड रेस्टोरेशन, 5 लाख रुपये से अधिक के निर्माण कार्यों, स्वच्छता सर्वेक्षण- 2023 की तैयारियों से संबंधित कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। सुश्री बाफना ने रोड रेस्टोरेशन के कार्य बारिश के पहले पूर्ण कराने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने एमपीयूडीसी के अधिकारियों को नगरीय निकायों के रोड रेस्टोरेशन/ मरम्मत के कार्य अच्छे से कराने के कड़े निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित किया कि जो कार्य अच्छा नहीं है, उसे तुड़वाकर फिर से पूरी गुणवत्ता के साथ कार्य करवाया जाये। जहां रेस्टोरेशन का काम चल रहा है, वहां वैरीकेटिंग करवाकर अच्छे से कार्य करवायें। उन्होंने नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देशित किया कि रेस्टोरेशन के सभी कार्यों के सत्यापन के बाद ही भुगतान किया जाये। रेस्टोरेशन के बाद कार्यों की अच्छे से तराई हो, इसके लिए जूट बैग का उपयोग करें। मैनहोल ओपन नहीं रहना चाहिये। रोड की चौड़ाई निर्धारित मापदंड के अनुरूप हो। अतिक्रमण होने की दशा में सीएमओ रोड का अतिक्रमण हटवाकर रेस्टोरेशन का कार्य कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में एमपीयूडीसी के अंतर्गत नगरीय निकाय नरसिंहपुर, सांईखेड़ा, चीचली एवं सालीचौका में चल रहे सीवरेज एवं संयुक्त जलावर्धन योजना के कार्यों की जानकारी कलेक्टर ने ली और आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने नगर परिषद सांईखेड़ा की सीवरेज परियोजना के डब्ल्यूटीपी में घरों के कनेक्शन जुड़वाने के कार्य में प्रगति लाने और इस संबंध में जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिये। सांईखेड़ा में डब्ल्यूटीपी व सालिड वेस्ट एमजीटी प्लांट के पहुंच मार्ग के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये गये। नगरीय निकाय सालीचौका व सांईखेड़ा में वॉटर सप्लाई के लिए खोदी गई सड़कों के रेस्टोरेशन के निर्देश दिये गये। सीवरेज एवं जल प्रदाय योजना के अंतर्गत कर निर्धारण पर चर्चा की गई।
बैठक में नगर परिषद सांईखेड़ा की सीवरेज परियोजना के बारे में बताया गया कि परियोजना के अंतर्गत कुल 2748 घरों में से अब तक 1520 घरों को परियोजना से जोड़ा जा चुका है।
स्वच्छ सर्वेक्षण- 2023 के अंतर्गत जिले के नगरीय निकायों की अच्छी रैंकिंग लाने के लिए कलेक्टर ने सभी को मिलकर मेहनत करने और इस बारे में जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों, जनप्रतिनिधियों, पार्षदों को इस अभियान में जोड़ा जाये। विभिन्न प्रतियोगितायें आयोजित की जायें। स्वच्छता अभियान में लोगों की भागीदारी बढ़ायें। स्वच्छता व घाटों की साफ- सफाई के लिए श्रमदान अभियान चलायें।
कलेक्टर ने नगरीय निकायों में गलियों के अंदर तक डोर- टू- डोर कचरा संग्रहण और सेग्रीगेशन कराने के लिए निर्देशित किया। इस संबंध में प्रतिदिन रिपोर्ट देने के लिए उन्होंने सीटाडेल कम्पनी के प्रतिनिधि को निर्देशित किया। बैठक में जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी निकायों में दीवार लेखन कराने और आईईसी गतिविधियां बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने सड़कों की सफाई और रात्रिकालीन सफाई पर जोर दिया। उन्होंने निर्देशित किया कि सड़कों के डिवाइडर के आसपास अच्छे से साफ- सफाई कराई जाये। सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठान पर डस्टबिन रखें। सभी सीएमओ इस कार्य की मॉनीटरिंग करें। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी निकायों में नालों की साफ- सफाई करायें। सूखा एवं गीला कचरा के पृथककरण के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाये।
बैठक में सीटाडेल कम्पनी के प्रतिनिधि को शतप्रतिशत कचरा संग्रहण, सेग्रीगेशन व जागरूकता बढ़ाने की गतिविधियां संचालित करने, डंपसाईट व ट्रांसफर स्टेशन की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये गये। कलेक्टर ने 5 लाख रुपये से अधिक की लागत के निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को दिये।