अखिल भारतीय वनवासी ग्रामीण मजदूर महासंघ के अधिवेशन में शामिल हुए केन्द्रीय मंत्री श्री पटैल एवं प्रभारी मंत्री डॉ. शाह
नरसिंहपुर. केंद्रीय जल शक्ति, खाद्य प्र-संस्करण उद्योग राज्य मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटैल और प्रदेश के वन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह हरिओम विद्यापीठ मुंगवानी में आयोजित अखिल भारतीय वनवासी ग्रामीण मजदूर महासंघ के अधिवेशन में शामिल हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री पटैल ने कहा कि इस तरह के अधिवेशनों में मजदूरों एवं गरीबों को उनके अधिकारों की जानकारी दी जाती है। केन्द्र सरकार की मंशा रही है कि मजदूरों का पंजीयन हो, उन्हें पंजीयन कार्ड प्रदान किया जाये, जिससे उन्हें कार्य स्थल पर सम्मान एवं पहचान मिले। इस संबंध में केन्द्र सरकार द्वारा ई- श्रम पोर्टल एवं राज्य सरकार द्वारा संबल योजना प्रारंभ की गई है। उक्त योजना में दुर्घटना होने पर 2 लाख रुपये की राशि का प्रावधान है। उन्होंने कार्यक्रम में आदिवासी महिला सशक्तिकरण योजना की भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2023 मोटे अनाज का वर्ष घोषित किया गया है। आदिवासी बंधुओं द्वारा कोदो- कुटकी, समां, बाजरा उत्पादित किया जाता है, इनकी मांग विदेश में भी है। मंत्री श्री पटैल ने कहा कि मजदूर के जैसा परिश्रमी एवं बलिदानी व्यक्ति कोई नहीं है।
प्रभारी मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि सरकार गरीबों के कल्याण के लिए लगातार प्रयासरत है। मजदूरों एवं श्रमिकों के लिए उन्होंने सुझाव दिया कि जिन शासकीय अथवा निजी कार्यों में मजदूर संलग्न हैं, वहां संबंधित ठेकेदार द्वारा उन्हें दोपहर का खाना मध्यान्ह भोजन की भाति प्रदान किया जाना चाहिये।
कार्यक्रम में विधायक श्री जालम सिंह पटैल ने कहा कि इस तरह के मजदूर संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम मजदूरों की समस्याओं के निदान के लिए किये जाते हैं। समस्याओं के निदान के लिए संघ लगातार कार्य कर रहा है। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा अखिल भारतीय वनवासी ग्रामीण मजदूर संघ द्वारा प्रकाशित पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति नीलेश काकोड़िया, पूर्व विधायक श्री हाकम सिंह चढ़ार, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री महेन्द्र नागेश, श्रीमती कामिनी शाह, अखिल भारतीय वनवासी ग्रामीण मजदूर संघ के पदाधिकारी और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।