हिंदू धर्म में चैत्र पूर्णिमा का बहुत खास महत्व है। हिंदी पंचांग के अनुसार, हिन्दू वर्ष का पहला महीना चैत्र में ये पहली पूर्णिमा है, जिसका विशेष महत्व है।

इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा की जाती है।

श्रद्धालु इस दिन व्रत रखते हैं और ऐसा माना जाता है कि इस दिन उपवास रखने से आप पर भगवान की कृपा होती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ती होती है। ऐसे में आपके मन में ये सवाल होगा कि चैत्र पूर्णिमा इस साल किस तिथि को पड़ रही है और इसका शुभ मुहूर्त क्या है तो आइए आपके इस सवाल का जवाब आज हम आपको देते हैं।

द्रिक पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा 6 मार्च, गुरुवार को मनाया जाएगा।

पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ: 05 अप्रैल, 2023 को सुबह 09:19 बजे से होगा

पूर्णिमा तिथि का समापन: 06 अप्रैल, 2023 को सुबह 10:04 बजे होगा।

हिंदू धर्म में चैत्र पूर्णिमा का बहुत खास महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा नव वर्ष की शुरुआत के बाद की पहली पूर्णिमा है। इस दिन कई जगहों पर लोग हनुमान जयंती भी मनाते हैं।

हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, जो लोग चैत्र पूर्णिमा का व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु और चंद्रमा की पूजा करते हैं, उन्हें देवता का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन दान देने से भगवान की कृपा होती है। जरूरतमंद लोगों को भोजन कराने से उन्हें कपड़े आदि की मदद करने से ईश्वर आपसे प्रसन्न होते हैं।

चैत्र पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है। इसके साथ ही अगर भगवान की सच्चे मन से पूजा कि जाए तो आपके सारे दुख कट जाते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाती है।

इस दिन भक्तों को प्रात: काल उठकर स्नान करके और साफ कपड़े पहनकर भगवान की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए। वहीं, कई लोग इस दिन पूरे दिन का उपवास भी करते हैं और दिन भर भगवान की भक्ति में डूबे रहते हैं।