वाशिंगटन| अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से यह खुलासा नहीं किया कि उन्हें उत्तर कोरिया से जुड़ी कंपनी देवू से 19.8 मिलियन डॉलर का कर्ज मिला था, जिसे उन्हें अपने सार्वजनिक वित्तीय खुलासों में बताना चाहिए था।

मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि देवू से लिया गए ऋण से हितों के टकराव की संभावना थी।

एक नई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप उत्तर कोरिया से ऐतिहासिक संबंधों वाली एक कंपनी से 19.8 मिलियन डॉलर के ऋण का खुलासा करने में विफल रहे, जबकि वह अमेरिकी राष्ट्रपति थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल द्वारा प्राप्त दस्तावेज और फोर्ब्स द्वारा रविवार को जारी रिपोर्ट में दक्षिण कोरियाई समूह देवू को ट्रंप द्वारा ऋण लिए जाने का संकेत दिया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि देवू एकमात्र दक्षिण कोरियाई कंपनी थी, जिसे 1990 के दशक के मध्य में उत्तर कोरिया में व्यवसाय संचालित करने की अनुमति दी गई थी।

देवू के साथ ट्रंप के रिश्ते कम से कम 25 साल पुराने हैं।

देवू ने ट्रंप वल्र्ड टॉवर, न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के पास एक विकास परियोजना पर ट्रंप के साथ भागीदारी की थी।

व्यापार पत्रिका फोर्ब्स की एक जांच से पता चला कि ट्रंप और देवू ने एक साथ व्यापार करना जारी रखा, जिसमें 1999 से 2007 तक दक्षिण कोरिया स्थित छह संपत्तियों पर ट्रंप के नाम का उपयोग करना शामिल था।

ऋण उस समझौते का परिणाम है, जिसे ट्रंप ने देवू के साथ अपनी कुछ लाइसेंस फीस साझा करने के लिए किया था।

19.8 मिलियन डॉलर शेष राशि 2011 से 2016 तक समान रही।

30 जून, 2017 तक ट्रंप के वित्त को प्रदर्शित करने वाले कागजी कार्रवाई के अनुसार, 2016 में राष्ट्रपति के रूप में उनके चुनाव के पांच महीने बाद भी, शेष राशि घटकर केवल 4.3 मिलियन डॉलर रह गई।

दस्तावेजों में कहा गया है, 5 जुलाई, 2017 को देवू को उसकी स्थिति से बाहर कर दिया गया था।

ऋण ट्रंप संगठन के आंतरिक दस्तावेजों पर दिखाई देता है, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति की सार्वजनिक वित्तीय प्रकटीकरण रिपोर्ट पर इसका खुलासा नहीं किया गया था।