नई दिल्ली । इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट और जेवर एयरपोर्ट को जोड़ने के साथ ही जल्द ही इनको दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट करने की परियोजना पर काम शुरू होने वाला है। सड़क, परिवहन और राजमार्ग केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हमारी आने वाली परियोजनाओं में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जेवर हवाई अड्डे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के बीच कनेक्टिविटी शामिल है। यह सड़क 3 हजार करोड़ रुपये की लागत से 32 किलोमीटर लंबी होगी। यह प्रोजेक्ट जून 2025 तक पूरा हो जाएगा।
दिल्ली-एनसीआर में बन रहे देश के पहले एलिवेटेड 8-लेन एक्सेस कंट्रोल्ड द्वारका एक्सप्रेस-वे का मुआयना करने के बाद नितिन गडकरी ने कहा कि 29.6 किमी लंबाई का देश का पहला एलिवेटेड 8-लेन एक्सेस कंट्रोल द्वारका एक्सप्रेस-वे 9 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है, जिसका निर्माण अप्रैल 2024 में पूरा होगा। हरियाणा में 18.9 किमी सिंगल पिलर पर 34 मीटर चौड़ा और दिल्ली में 10.1 किमी लंबाई का यह एक्सप्रेस-वे बन रहा है। गडकरी ने कहा कि चार पैकेज में बन रहे द्वारका एक्सप्रेसवे के दिल्ली में 2507 करोड़ रुपये की लागत से और 5.9 किमी लंबाई के महिपालपुर के शिव मूर्ति से बिजवासन तक के खंड का 60 फीसदी काम पूरा हुआ है।
नितिन गडकरी ने कहा कि 2068 करोड़ रुपये की लागत से 4.2 किमी लंबे बिजवासन आरओबी से गुरुग्राम में दिल्ली-हरियाणा सीमा तक के खंड का 82 फीसदी काम पूरा हो गया है। गुरुग्राम में 2228 करोड़ रुपये की लागत से 10.2 किमी लंबाई के दिल्ली-हरियाणा सीमा से बसई आरओबी तक के खंड का 93 फीसदी काम पूरा हुआ है और 1859 करोड़ रुपये की लागत से 8.7 किमी लंबाई के बसई आरओबी से खेरकी दौला (क्लोवरलिफ इंटरचेंज) तक के खंड का 99 फीसदी काम पूरा हो गया है। अनेक विशेषताओं से बन रहे द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण में 2 लाख मैट्रिक टन स्टील का उपयोग हो रहा है, जो एफिल टॉवर में इस्तेमाल हुए स्टील से 30 गुना अधिक है।
नितिन गडकरी ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 20 लाख घन मीटर कंक्रीट का उपयोग किया जा रहा है, जो बुर्ज खलिफा में इस्तेमाल हुए कंक्रीट से 6 गुना अधिक है। देश में पहली बार इस एक्सप्रेस-वे में 12 हजार वृक्षों का ट्रान्सप्लांट किया गया है। दिल्ली-गुरुग्राम के बीच रोजाना गाड़ियों का भारी दबाव रहता है, जिससे इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम के हालात बने रहते हैं। द्वारका एक्सप्रेसवे बनने से इस मार्ग में जाम की समस्या हल होगी।