नई दिल्ली । रामनवमी पर पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में हुई हिंसा के मामले में केंद्र सरकार एक्शन में आ गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से फोन पर बात की है और हालात की जानकारी ली है। इससे पहले राज्य में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने हिंसा को लेकर हाईकोर्ट का रुख किया है। उन्होंने इस घटना की जांच एनआईए से कराने कि लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में पीआईएल दायर की है। पश्चिम बंगाल में रामनवमी पर हुई हिंसा दूसरे दिन भी जारी रही। कई जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटना सामने आई। हावड़ा जिले में बड़ी संख्या में घटनास्थल पर पुलिस फोर्स मौजूद है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि रामनवमी के दिन हावड़ा में हुई हिंसा के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य दक्षिणपंथी संगठन जिम्मेदार हैं। उन्होंने लोगों से इलाके में शांति बनाये रखने की अपील की। बनर्जी ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि हावड़ा की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हावड़ा में हिंसा के पीछे न तो हिंदू थे और ना ही मुस्लिम थे। बजरंग दल और अन्य ऐसे संगठनों के साथ भाजपा हथियारों के साथ हुई इस हिंसा में शामिल थी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन सभी लोगों की मदद करेगी, जिनकी संपत्तियों को झड़पों के दौरान नुकसान पहुंचा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हावड़ा में बृहस्पतिवार को हुई हिंसा के सिलसिले में 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रशासन के एक वर्ग में शिथिलता का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि संघर्ष में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार हावड़ा में रामनवमी के मौके पर दो समूहों के बीच संघर्ष हो गया। इस दौरान इलाके में कई गाड़ियों में आग लगा दी गयी और दुकानों में तोड़फोड़ की गयी। जिले के काजीपाड़ा इलाके में और आसपास शुक्रवार को स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रही। इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर में बृहस्पतिवार की शाम रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा हो गई, जिसमें कई वाहनों को आग लगा दी गई और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। घटना तब हुई, जब शोभायात्रा काजीपाड़ा इलाके से गुजर रही थी। हिंसा के दौरान कई दुकानों और ऑटो-रिक्शा में तोड़फोड़ की गई, जबकि कुछ पुलिस वाहनों सहित कई कार में आग लगा दी गई।