भोपाल : वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा है कि भारत को 5 ट्रिलियन की अर्थ-व्यवस्था बनाने और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की परिकल्पना को साकार करने में करदाताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि बेहतर कराधान व्यवस्था और संग्रहीत करों से सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो पाता है।

वित्त मंत्री श्री देवड़ा आज प्रशासन अकादमी में वर्ष 2022-23 का प्रदेश को बजट तैयार करने की प्रक्रिया में करदाताओं, कर विशेषज्ञों और उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र के प्रतिनिधियों से बजट पूर्व चर्चा कर रहे थे।

श्री देवड़ा ने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद सभी के सहयोग से वित्तीय वर्ष 2020-21 में जीएसटी, वेट और वृत्ति कर से 32 हजार 764 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ । चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में 38 हजार 82 करोड़ की राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में भी सबका सहयोग महत्वपूर्ण और सराहनीय रहेगा।

जीएसटी रिटर्न भरने में मध्यप्रदेश अग्रणी पाँच राज्यों में

वित्त मंत्री ने समय पर कर भरने और प्रदेश के विकास के प्रति संवेदनशील रहने के लिये करदाताओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि समय पर रिटर्न और जीएसटी का भुगतान करने से मध्यप्रदेश ने जीएसटी रिटर्न फाइल करने में देश के अग्रणी पाँच राज्यों में स्थान बना लिया है।

वित्त मंत्री ने कहा कि वित्तीय संसाधनों के प्रबंधन और अनुशासन में प्रथम स्थान पाने के लिये निरंतर प्रयास जारी रखना होगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट निर्माण के लिये आपके सुझाव अमूल्य साबित होंगे। व्यावसायिक गतिविधियों को और ज्यादा गतिशील बनाने में आपके अनुभव का लाभ प्रदेश को मिलेगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी के संबंध में प्राप्त सुझावों को जीएसटी काउंसिल के सामने रखा जायेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि करदाताओं के महत्वपूर्ण सुझावों से अर्थ-व्यवस्था को गति देने में मदद मिलेगी। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन से आये उद्योग समूहों, कर सलाहकार, चार्टर्ड अकाउंटेंट ने अपने सुझाव रखे।

प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर श्रीमती दीपाली रस्तोगी, सचिव वित्त श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, आयुक्त वाणिज्यिक कर श्री लोकेश कुमार जाटव, उप आयुक्त सीजीएसटी श्री पराग अग्रवाल उपस्थित थे। अपर आयुक्त वाणिज्यिक कर श्री राघवेन्द्र सिंह ने आभार व्यक्त किया।