सतना ।  मैहर के खैरा में हुई शर्मनाक घटना में अमानवीयता का शिकार बनी महिला को न्याय दिलाने की शुरुआत हो गई है। पांच आरोपितों को जेल की हवा खिलाने के बाद अब मामा का बुलडोजर भी खैरा में गरजा है। यहां जेसीबी के पंजों ने महिला को शारीरिक मानसिक, आत्मिक और सामाजिक दर्द देने वाले दो आरोपितों के घरों को जमींदोज कर दिया। मंगलवार को बुलडोजर आखिर मैहर के खैरा पहुंच ही गया। वहां एक महिला को जख्म देने वालों को उसने न केवल सबक सिखाया, बल्कि महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को कड़ा संदेश भी दिया। मैहर एसडीएम धर्मेंद्र मिश्रा, एसडीओपी लोकेश डावर, तहसीलदार मानवेंद्र सिंह, थाना प्रभारी संतोष तिवारी और सीईओ प्रतिपाल बागरी ने राजस्व अमले तथा पुलिस फोर्स के साथ खैरा पहुंच कर कार्रवाई शुरू कराई।

सरकारी जमीनों पर था अवैध कब्जा :

महिला के साथ मारपीट करने वाले ऋषिकेश पटेल तथा उसकी साड़ी छीन लेने वाले आरोपी महेंद्र पटेल के घर प्रशासन के निशाने पर रहे। हालांकि तैयारी एक और आरोपी का घर भी ढहाए जाने की थी , लेकिन निजी आराजी में होने के कारण वह बच गया। बताया जाता है कि मुख्य आरोपी ऋषिकेश पटेल और महेंद्र पटेल ने सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर घर बना रखे थे। महिला के साथ अमानवीयता की घटना को अंजाम देने वाले आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद प्रशासन ने बुलडोजर एक्शन की तैयारी शुरू कर दी थी। पंचायत और राजस्व अमले से रिपोर्ट लेने के बाद एसडीएम मैहर फोर्स और जेसीबी के साथ खैरा पहुंचे और दोनों आरोपितों के बेजा कब्जे ढहा दिए । प्रशासन की इस कार्रवाई पर पीड़िता और उसके परिजनों और सामाजिक लोगों ने संतोष व्यक्त किया।

महिला को मिली थी तालीबानी सजा :

बता दें कि मैहर के खैरा गांव में रहने वाली महिला की ओर से चोरी की शिकायत कर ऋषिकेश पटेल नाम के युवक को पुलिस के सुपुर्द किए जाने के बाद उसे तालिबानी सजा दी गई थी। महिला के साथ ऋषिकेश पटेल, महेंद्र पटेल, शिवकुमार पटेल, रवि पटेल और प्रभुदयाल पटेल समेत 50 महिला-पुरुषों ने न केवल बुरी तरह घसीटा और पीटा था । बल्कि उसकी साड़ी उतार कर उसे पूरे गांव में घुमाया था । महिला को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया था । जहां उसका इलाज चल रहा है । इस मामले में मैहर पुलिस ने अब तक पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है । सोमवार को पीड़िता के समाज के लोगों ने एसपी ऑफिस पहुंच कर बुल्डोजर एक्शन की मांग उठाई थी । उन्होंने यह भी बताया था कि इस घटना में आरोपितों के समाज के आधा सैकड़ा लोग शामिल थे , जिनमे महिलाएं भी थीं। उन्होंने सभी आरोपितों को चिन्हित कर गिरफ्तार करने और सीएम की मंशा अनुरूप महिला का अपमान करने वालों के घर बुलडोजर चलाने की मांग की थी।