इंदौर ।  सफाई के मामले में इंदौर शहर को लगातार छठी बार देश में नंबर वन घोषित किया गया है। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्वच्छ सर्वेक्षण के पुरस्कार समारोह में इंदौर ने छठी बार भी स्वच्छता में नंबर 1 का खिताब हासिल किया। मुख्य समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने निगमायुक्त प्रतिभा पाल को यह पुरस्कार दिया। समारोह में इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त पवन शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह और पूर्व अपर आयुक्त संदीप सोनी भी मौजूद थे। मुख्य आयोजन से पूर्व स्टेडियम में 11 बजे रिहर्सल संपन्न हुई थी, जिसमें ये अधिकारी शामिल हुए थे।

इंदौर इन कारणों से रहा नंबर वन

- डोर टू डोर कचरा संग्रहण प्रभावी व दक्षता के साथ किया जा रहा। सुबह 7 बजे से लोगों के घरों के बाहर पहुंचते हैं वाहन। एनजीओ की टीम भी रहती है तैनात।

- इंदौर शहर के 35 लाख लोग खुद ही गीला व सूखा कचरा अलग-अलग कर देते हैं। गीले व सूखे कचरे की गुणवत्ता के कारण ही प्रोसेसिंग कंपनियों ने इस कार्य को फायदे का सौदा मान काम करने में रुचि दिखाई।

- पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के माडल पर शहर में गीले, सूखे कचरे व मलबे की प्रोसेसिंग और कार्बन क्रेडिट से और निगम को प्रतिवर्ष 13 से 14 करोड़ रुपये की कमाई भी हो रही।

- स्वच्छता के कार्यों से लोगों को जोड़ने के लिए थ्री आर और फोर आर गतिविधियां आयोजित की। इसमें डिस्पोजेबल फ्री मार्केट बनाए। थैला अभियान चलाया। सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाई। सालभर में इंदौर में 20 से 25 इस तरह के नवाचार व आयोजन किए जाते हैं।

- इंदौर ने सालिड ही नहीं लिक्विड कचरे के प्रबंधन की योजना भी बनाई। शहर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार कर सीवरेज के पानी के उपचार का इंतजाम किया। सीवरेज का नेटवर्क तैयार किया।

इंदौर सातवें और आठवें सर्वेक्षण में भी नंबर 1 होगा

इंदौर नगर निगम के पूर्व अपर आयुक्त संदीप सोनी ने कहा कि इंदौर शहर ने स्वच्छ सर्वेक्षण के मापदंडों को पूरा किया। कचरा संग्रहण, निपटान के साथ थ्री आर के पैरामीटर को भी पूरा कर रहे हैं। इंदौर ने एक लाइट हाउस की तरह काम किया है, यही वजह है कि इंदौर ने स्वच्छ सर्वेक्षण में छक्का लगाया। इंदौर सातवें व आठवें स्वच्छ सर्वेक्षण में भी नंबर 1 स्थान पर बना रहेगा।

स्वच्छता के प्रति जागरूकता की जीत - कलेक्टर मनीष सिंह

इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने इंदौर को लगातार छठी बार देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित होने पर शहर के नागरिकों को बधाई दी है। कलेक्टर ने कहा है कि यह नागरिकों की स्वच्छता के प्रति जागरूकता के कारण यह संभव हो सका है। इंदौर ने फिर स्वच्छता का परचम लहराया है। कलेक्टर ने कहा यह गौरवशाली उपलब्धि है। कलेक्टर ने इसके लिए सभी संबंधितों को उनके द्वारा दिए गए योगदान के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता के विभिन्न आयामों पर सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया है। कचरे का सेग्रिगेशन, कचरे से खाद बनाना और वाटर प्लस इंदौर शहर की विशेषता है।