जोशीमठ में लगातार हो रहे भू-धंसाव को लेकर बढ़ रही चिंताओं के बीच एसीएस की अध्यक्षता में आज बैठक की जाएगी। इसमें प्रभावितों के पुनर्वास राहत पैकेज को लेकर चर्चा की जाएगी। वहीं, सीएम धामी भी जोशीमठ को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे। बता दें कि राज्य सरकार केंद्र को अंतरिम राहत पैकेज का प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रही है। यह राहत पैकेज करीब 1500 से 2000 करोड़ का हो सकता है।अभी तक जोशीमठ में 863 भवनों में दरारें दर्ज की गई हैं, जबकि 181 भवनों को पूरी तरह से असुरक्षित घोषित किया जा चुका है।

वहीं, जांच एजेंसियों की रिपोर्ट में सामने आया है कि अब तक करीब 460 जगह जमीन के अंदर 40 से 50 मीटर तक गहरी दरारें मिली हैं। ऐसे में भू-धंसाव से प्रभावित 30 फीसदी क्षेत्र कभी भी धंस सकता है। इसलिए इस क्षेत्र में बसे करीब 4000 प्रभावितों को तुरंत विस्थापित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। दरारों वाले भवनों को जल्द ध्वस्त करना होगा।सर्वे में पाया गया कि भू-धंसाव वाले क्षेत्र में 2500 मकान हैं, जिनमें रहने वाले 4000 लोग प्रभावित हैं। वहीं, दरारों वाले 30 फीसदी भवन तुरंत ध्वस्त करने की सिफारिश की गई है। जबकि बाकी भवनों की रेट्रोफिटिंग की संभावना तलाशने का भी सुझाव दिया है।