मास्‍को । युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में रूस के भीषण हमले लगातार जारी है। रूस की सेना ने यूक्रेन के जवानों को हथियार डालने के लिए आज तक का समय दिया है। रूस की तरफ से जारी अल्‍टीमेटम में कहा गया है कि यदि यूक्रेन के जवान जिंदा रहना चाहते हैं तो वो अपने हथियार डाल दें। रूस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि उसके सैनिकों ने मारीपोल के अधिकतर हिस्‍से पर अपना कब्‍जा कर लिया है। लेकिन अब भी यूक्रेनी सेना के कुछ जवान वहां पर बचे हैं जो अब भी मुकाबला कर रहे हैं। रूस ने साफ कहा है कि यदि ये जवान हथियार डाल देते हैं तो इनकी जान भी बख्‍श दी जाएगी। इस बीच रूस ने कीव में कई मिसाइलें दागी हैं, जिसमें यूक्रेन को काफी क्षति पहुंची है। गौरतलब है कि रूस ने यूक्रेन के खारकीव पर कब्‍जा कर लिया है। 
इस बीच यूक्रेन के राष्‍ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्‍की ने ब्रिटेन और स्‍वीडन से मारीपोल को बचाने के लिए विकल्‍पों पर चर्चा की है। उन्‍होंने कहा है कि मारीपोल से ही ये तय होगा कि हमें लड़ाई या कूटनीति में से किसके सहारे आगे बढ़ना चाहिए। उन्‍होंने समर्थक देशों से भारी हथियार मांगे हैं, जिससे वो रूस का मुकाबला कर सकें। वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन के सबसे अमीर व्‍यक्ति ने मारीपोल को दोबारा पहले जैसा बसाने की बात कही है।
ज्ञात हो कि मारीपोल पर कब्‍जा करने में यदि रूस सफल हो जाता है तो ये युद्ध शुरू होने के बाद पहला ऐसा बड़ा शहर होगा, जिस पर रूस का कब्‍जा होगा। राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की की तरफ से कहा गया है कि हालात बेहद नाजुक मोड़ पर पहुंच चुके हैं। यूक्रेन के सैनिक बुरी तरह से घिर चुके हैं। उनकी मदद भी नहीं की जा रही है और मानवीय संकट बढ़ता ही जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि रूसी युद्धपोत के काला सागर में डुबोए जाने के बाद रूस ने लंबी दूरी की मिसाइलों से कीव को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। शनिवार को रूसी मिसाइलों के हमले में टैंक रिपेयर फैक्‍टरी ध्‍वस्‍त हो गई है। कीव के आसपास के इलाकों में लगातार मिसाइल धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है।    
रूसी नौसेना के प्रमुख, एडमिरल निकोलाई येवमेनोव ने काला सागर में डूबे युद्धपोत मोस्‍कवा के चालक दल के सदस्‍यों से मुलाकात की है और उन्‍हें कहा है कि वो आगे भी अपनी अहम भूमिका निभाते रहेंगे। रूस ने कीव में मिसाइल हमले से एक आर्मर्ड प्रोडेक्‍शन यूनिट की बिल्डिंग को ध्‍वस्‍त कर दिया है। इंटरफैक्‍स न्‍यज एजेंसी ने बताया है कि रूस के हमले में मिलिट्री रिपेयर फेसेलिटी की बिल्डिंग को भी धराशायी कर दिया गया है।