मशहूर कोरियोग्राफर गणेश आचार्य को मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने यौन उत्पीड़न मामले में जमानत दे दी है। गुरुवार को गणेश आचार्य कोर्ट में पेश हुए थे और यहीं उन्हें बेल दे दी गई। गणेश आचार्य के ऊपर ये मामला साल 2020 में दर्ज हुआ था। जब एक महिला डांसर ने उनपर यौन शोषण मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने गणेश आचार्य के खिलाफ चार्जशीट दायर कर ली थी।
आरोपों के घेरे में फंसे गणेश आचार्य ने सभी को झूठा बताया था और कहा था कि वह महिला को नहीं जानते हैं। इस पूरे मामले में गणेश आचार्य को कभी गिरफ्तार नहीं किया गया था। बस अब इस केस में उन्हें बेल दे दी गई है। गणेश आचार्य ने 90 के दशक में कोरियोग्राफर कमलजी के असिस्टेंट के तौर पर काम शुरू किया था। साल 1992 में अपनी पहली फिल्म अनाम में उन्होंने काम किया। फिल्म लज्जा के गाने बड़ी मुश्किल को कोरियोग्राफ करने के बाद उन्हें पॉपुलैरिटी मिली थी।